आज हम बात करेंगे एलियट वेव ऑस्सीलेटर के बारे में, जो कि ट्रेडिंग में एक महत्वपूर्ण टूल है। यह तकनीकी विश्लेषण का एक हिस्सा है और इसे विभिन्न वित्तीय बाजारों में इस्तेमाल किया जाता है।

एलियट वेव सिद्धांत के अनुसार, बाजार की कीमतें एक विशेष पैटर्न में चलती हैं। ऑस्सीलेटर इन वेव्स की पहचान करने में मदद करता है और हमें संभावित रिवर्सल पॉइंट्स का अंदाजा देता है।
एलियट वेव ऑस्सीलेटर का उपयोग कैसे करें?
- मार्केट ट्रेंड की पहचान: ऑस्सीलेटर का उपयोग करके आप यह जान सकते हैं कि मार्केट किस दिशा में जा रहा है।
- रिवर्सल पॉइंट्स: यह आपको उन पॉइंट्स की पहचान करने में मदद करता है जहां कीमतें बदल सकती हैं।
- सिग्नल जनरेशन: जब ऑस्सीलेटर ओवरबॉट या ओवरसोल्ड ज़ोन में पहुँचता है, तो यह ट्रेडिंग सिग्नल के रूप में कार्य करता है।
इसलिए, अगर आप अपने ट्रेडिंग में एलियट वेव ऑस्सीलेटर को शामिल करते हैं, तो यह आपकी निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ा सकता है।