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एर्गोडिक ऑस्सीलेटर: ट्रेडिंग में इसका महत्व

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एर्गोडिक ऑस्सीलेटर एक महत्वपूर्ण तकनीकी संकेतक है जो ट्रेडर्स को मार्केट की गति और प्रवृत्तियों को समझने में मदद करता है। यह विशेष रूप से उन ट्रेडर्स के लिए उपयोगी है जो शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग में रुचि रखते हैं।

इस संकेतक की मदद से आप ये जान सकते हैं कि कोई संपत्ति ओवरबॉट है या ओवरसोल्ड। यानि, क्या वह खरीदने के लिए सही समय है या बेचने का। एर्गोडिक ऑस्सीलेटर की गणना दो मूविंग एवरेज के बीच भिन्नता को दर्शाने के लिए की जाती है, जिससे आपको एक स्पष्ट तस्वीर मिलती है।

एर्गोडिक ऑस्सीलेटर का उपयोग कैसे करें:

  • जब संकेतक +1 के ऊपर जाता है, तो यह संकेत करता है कि मार्केट में तेजी है।
  • जब संकेतक -1 के नीचे जाता है, तो यह मंदी का संकेत देता है।
  • क्रॉसओवर पॉइंट्स पर ध्यान दें, ये संभावित एंट्री और एक्सिट पॉइंट्स होते हैं।

ट्रेडिंग में एर्गोडिक ऑस्सीलेटर का सही उपयोग करने के लिए इसे अन्य संकेतकों के साथ जोड़कर इस्तेमाल करना सबसे अच्छा होता है।



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