होम तकनीकी संकेतक पोस्ट

फिबोनाच्ची रिट्रेसमेंट: ट्रेडिंग में इसका महत्व और उपयोग

संलग्नक
8390.zip (3.74 KB, डाउनलोड 0 बार)

नमस्ते दोस्तों! आज हम बात करेंगे फिबोनाच्ची रिट्रेसमेंट इंडिकेटर के बारे में, जो कि ट्रेडिंग में एक महत्वपूर्ण टूल है। यह इंडिकेटर हमें बाजार के संभावित रिवर्सल पॉइंट्स का अनुमान लगाने में मदद करता है।




फिबोनाच्ची रिट्रेसमेंट क्या है?

फिबोनाच्ची रिट्रेसमेंट एक तकनीकी विश्लेषण का टूल है, जो बाजार के मूवमेंट के दौरान संभावित रिट्रेसमेंट लेवल्स को पहचानने में मदद करता है। जब कोई संपत्ति अपनी दिशा बदलती है, तो इस इंडिकेटर का उपयोग करके हम जान सकते हैं कि वह कहाँ तक वापस आ सकती है।


इसे कैसे इस्तेमाल करें?

  • चार्ट पर लगाना: अपने चार्ट पर रिट्रेसमेंट लेवल्स को लगाने के लिए, पहले एक महत्वपूर्ण हाई और लो को चुनें।
  • रिट्रेसमेंट लेवल्स की पहचान: फिबोनाच्ची रिट्रेसमेंट लेवल्स, जैसे 23.6%, 38.2%, 50%, 61.8% और 100%, पर ध्यान दें।
  • ट्रेडिंग के निर्णय लेना: जब कीमत इन लेवल्स के आसपास पहुंचे, तो यह एक संभावित एंट्री या एक्सिट पॉइंट हो सकता है।

तो दोस्तों, फिबोनाच्ची रिट्रेसमेंट को समझना और सही तरीके से इस्तेमाल करना आपके ट्रेडिंग में बहुत मददगार साबित हो सकता है। इसे अपनी ट्रेडिंग रणनीतियों में शामिल करें और बेहतर परिणाम पाएं!

संबंधित पोस्ट

टिप्पणी (0)